वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्या हो या मनचाहे जीवनसाथी को पाने की चाहत, सावन के सोमवार का महत्व हर मायने में खास है.

सावन का पहला सोमवार 

अगर कुंडली में विवाह का योग न हो या विवाह में अड़चनें आ रही हों तो भी सावन के प्रत्येक सोमवार पूजा करनी चाहिए.

सावन के सोमवार भगवान शिव की पूजा सर्वोत्तम होती है. 

 इस दिन मुख्य रूप से शिवलिंग की पूजा होती है और उस पर गंगाजल व बेलपत्र चढ़ाया जाता है. 

वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्या हो या मनचाहे जीवनसाथी को पाने की चाहत, सावन के सोमवार का महत्व हर मायने में खास है.  

सावन के महीने में शिवजी की पूजा से भाग्य बदल सकता है. 

मंगल दोष, ग्रहण योग या विवाह न होने का योग सावन में ज्यादा बेहतर तरीके से शांत किया जा सकता है. 

अगर सावन के महीने में शिव और पार्वती की संयुक्त पूजा की जाए तो न केवल विवाह शीघ्र हो सकता है, बल्कि अगर वैवाहिक जीवन में बाधा है तो वो भी दूर हो जाती ... 

इस बार सावन के पहले सोमवार दोपहर 12 बजकर 24 मिनट से अगले दिन सुबह 5 बजकर 35 मिनट तक रवि योग बनेगा. 

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